उत्तर बिहार का इकलौता एयरपोर्ट हैं दरभंगा में, जहां से हवाई सफर करने को लेकर केवल मिथिलांचल ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर बिहार समेत नेपाल के लोग भी पहुंचते हैं। बता दें कि 08 नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत हवाई सेवा बहाल किया गया था। विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने शुरुआत में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए सीधी विमान उड़ान शुरू की गई। जहां यात्रियों का जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है।
तीन दिन ही सामान्य उड़ान हो सका संभव
दरभंगा-दिल्ली रूट पर यात्रियों की भारी भीड़ को लेकर एक और विमान शुरू होने के साथ अब प्रतिदिन दो विमान उड़ान भरती है। वहीं 10 मार्च से Spicejet ने मुंबई रूट पर भी एक अतिरिक्त विमान शुरू की, और अहमदाबाद के लिए फिर से अपनी उड़ान आरंभ की। हालांकि एक-दो दिन तक उड़ान लगातार जारी रहा। लेकिन उसके बाद अब हमेशा एक फ्लाइट रद्द की जा रही है। दरभंगा एयरपोर्ट से प्रतिदिन 12 फ्लाइटों का आवागमन है, परन्तु स्पाइसजेट प्रबंधन द्वारा कभी 10 तो कभी 8 फ्लाइटों का उड़ान संभव कराया जा रहा है।
विमानों का गायब होना शुरू
अहमदाबाद के लिए फ्लाइट शुरू करने के बाद इसे बंद कर दिया गया, स्पाइसजेट ने कम यात्रियों का हवाला देते हुए इसे बंद करने की बात कही। वहीं 10 मार्च से दुबारा इस रूट पर हवाई उड़ान बहाल किया गया। कुल मिलाकर दरभंगा एयरपोर्ट से प्रतिदिन 12 फ्लाइटों का उड़ान निर्धारित किया गया है। लेकिन अफसोस, केवल 3 दिन ही दरभंगा एयरपोर्ट से सभी विमानों का उड़ान संभव हो सका। जिसके बाद अब विमानों का गायब होना शुरू हो गया है।
प्रबंधन की गलती का खामियाजा यात्रियों को
दरभंगा एयरपोर्ट के ट्विटर हैंडल पर जारी आंकड़ों के मुताबिक तीन दिन ही 12 विमानों का उड़ान संभव हो पाया है। बता दें कि अब मौसम भी ऐसा नहीं है कि घने कोहरे-कुहासे को लेकर लो विजिबिलिटी की समस्या आएं। स्पाइसजेट प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है। आखिरी वक्त पर पता चलता है कि फ्लाइट कैंसिल हो गई है। ऐसे में दरभंगा एयरपोर्ट पर उनकी परेशानी का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। दूर-दराज से यात्री एयरपोर्ट पहुंचते हैं, जहां कैंसिलेशन की खबर मिलने पर उन्हें मायूसी के साथ परेशानी अलग झेलनी पड़ती है।
Source :Darbhanga City