नेपाल की सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की आंतरिक कलह और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांगों के बीच राजशाही की पुन: बहाली की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। पिछले हफ्ते से नेपाल के पोखरा और बुटवल जैसे बड़े शहरों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इन प्रदर्शनों में लोग नेपाल में हिन्दू अधिराज्य की स्थापना करने वाले पृथ्वी नारायण शाह की तस्वीरें लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं। गुरुवार को भारत के महराजगंज जिले की सीमा के करीब भैरहवां में राजशाही के समर्थन में प्रदर्शन हुआ।
यह प्रदर्शन नागरिक समाज रुपनदेही के तत्वावधान में किया गया। प्रदर्शनकारियों ने भैरहवा के लुम्बिनी गेट से जुलूस निकाला जो बुद्ध चौक, देवकोटा चौक, बैंक रोड, मिलन चौक होते हुए लुम्बिनी गेट पहुंचा। यहां एक सभा में वक्ताओं ने नेपाल में राजतंत्र की जोरदार वकालत की। उन्होंने नेपाल में हिन्दू राष्ट्र की पुन: स्थापना की जरूरत बताई।

कार्यक्रम के संयोजक रवि कुमार रौनियार ने कहा कि नेपाली जनता की मांग है कि नेपाल हिन्दू राष्ट्र हो। राजनीतिक पार्टियां अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं कर रही हैं। इसकी वजह से देश में राजतंत्र की वापसी हो। सभा को रंजन खनाल, मनोज कुमार झा, बलराम शर्मा, गोपाल शर्मा, मोहम्मद शामिल आदि ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि राजतंत्र वक्त की जरूरत हो गया है। राजतंत्र की पुन: स्थापना होने से ही राष्ट्र का भला हो सकता है। वहीं हिन्दू राष्ट्र की मांग करते हुए इसके लिए हर स्तर तक संघर्ष करने का ऐलान किया गया।
‘राजा लाओ-देश बचाओ’ के नारे लगे
राजतंत्र की स्थापना की मांग को लेकर निकाले गए जुलूस में बड़ी संख्या में बाइक सवार चल रहे थे। जुलूस में ‘राजा लाओ-देश बचाओ’ और हिन्दू राष्ट्र की मांग को लेकर लोग नारेबाजी करते हुए चल रहे थे।