जयनगर ,मधुबनी
सुरेका अतिथि भवन के समीप बीती रात अज्ञात हमलावरो ने हौर्न बजाने के लिये न सिर्फ चालक से मारपीट की बल्की टोयटा एटिओस कार को बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया।हमले से भयाक्रांन्त चालक व उसमे सवार लोगो को भागकर जान बंचाना पडा़।धटना के करीब 30 मिनट बाद मौके पर पहुंची पुलिस की गश्ती टीम ने क्षतिग्रस्त कार को थाना मे जमा करा दिया है।थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि अभी तक इस मामले मे कोई आवेदन नही मिला है।आवेदन मिलने पर नियमानुसार कारवाई की जायेगी।

इधर क्षतिग्रस्त कार के चालक तथा लदनियां थानाक्षेत्र के पदमा गांव निवासी मिथिलेशसाह पे स्व0राजेन्द्रसाह ने बताया कि बीती रात वे अपने भाई की निजी कार CH01BV6439 से रहिका बारात जाने के लिये घर से निकले थे।कार मे उसके साथ सज्जन,चुनचुन समेत 4 लोग सवार थे।इस क्रम मे रात्रि के लगभग 9 बजे जब वे लोग स्थानीय सुरेका अतिथि भवन के समीप पहुंचे तब सड़क पर जाम लगा हुआ था।आगे बीच सड़क पर एक मटकोर कार्यक्रम मे शामिल लोग इकट्ठा थे।वह अपने चचेरे। भाई की शादी मे बारात जाने के लिये निकले थे।दूसरी गाडी़ मे सवार दुल्हा समेत अन्य लोग आगे निकल चुके थे।जबकी पाग समेत अन्य समान इसी गाडी़ मे था।इसलिये वे जाम से जल्दी निकलना चाहते थे।यहां चौडी़ सड़क है।इसलिये उसने कार आगे निकालने का प्रयास किया।डीजे की शोर मे जब लोग नही हटे तो उसने गाडी़ का हौर्न बजा दिया।इससे मटकोर समारोह मे शामिम शरारती तत्व नाराज हो गये और मारपीट करने लगे।करीब 1 दर्जन की संख्या वाले शरारती तत्वो के समुह ने कार पर हमला कर दिया।सभी शीशे व दरवाजे तोड़ दिया।छत,बम्पर,डिक्की,लाइट क्षतिग्रस्त कर दिया।उनलोगो को कार छोड़कर जान बंचाना पडा़।चालक ने बताया कि इस हमले मे शरारती तत्वो ने डेढ़ भर सोने की चेन तथा आईफोन6 व ओप्पो कम्पनी का दो मोबाइल सेट छिन लिया।रात्रि मे भागकर वे लोग पदमा पहुंचे और निजी क्लीनिक मे इलाज कराकर लौटे है।चालक ने बताया कि हमले की जानकारी कार के मालिक को दे दिया गया है।वही कानूनी कार्यवाही करेगे।सूत्र ने बताया कि दोनो पक्षो मे आपसी समझौते के आधार पर मामले को सुलझाने का प्रयास चल रहा है।यदि इसमे सफलता मिलती है तो केस नही होगा।
गौरतलब है कि मांगलिक सीजन मे इलाके मे बारात,मटकोर आदि के आयोजन को लेकर प्रायः सड़क जाम की स्थिति बनी रहती है।इन समारोह मे शामिल लोग इससे दूसरे लोगो को होनेवाली परेशानी की परवाह नही करते है।जबकी पुलिस भी ऐसे आयोजनो मे प्रायः हस्तक्षेप करने से परहेज करती है।जिससे अक्सर मारपीट की नौबत आ जाती है।स्थानीय लोगो का कहना है कि एक तो ऐसे आयोजनो मे शामिल लोग दुसरे लोगो को हो रही असुविधा का ख्याल रखे दूसरा मांगलिक सीजन के पीक आवर मे पुलिस सक्रिय रहे।जिसमे आयोजन के साथ साथ यातायात अप्रभावित रहे।और ऐसी घटनाओ की पुनरावृति न हो सके।
नित्यानन्द झा की खबर
